एएसपी के आदेश के बावजूद अवैध निर्माण जारी,दबंगों के हौंसले बुलंद
कोर्ट के आदेश की अनदेखी, पुलिस पर गंभीर आरोप।
पीड़ित को मिल रही धमकियां: “जैसे सपा नेता को मारा,वैसे ही तुम्हें खत्म कर देंगे”
गोंडा। जिले के थाना परसपुर क्षेत्र में दबंगई और स्टे के बावजूद विवादित भूमि पर जबरन अवैध निर्माण का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है नगर पंचायत परसपुर में कोर्ट से स्टे होने के बावजूद दबंग लोग पुलिस की मिलीभगत से विवादित भूमि पर तेजी से अवैध निर्माण कर कब्जा कर रहे हैं। मामले में एएसपी गोंडा से हुई शिकायत पर उनके द्वारा निर्माण कार्य तत्काल रोके जाने के दिये गये आदेश के बावजूद एसएचओ परसपुर निर्माण कार्य नहीं बंद करवा रहे हैं। जिससे एएसपी का आदेश भी बेअसर साबित हो रहा है। वहीं निर्माण कार्य चल रहा है। यही नहीं दबंग विपक्षी पीड़ित को धमकी दे रहे हैं कि जैसे सपा के ओमप्रकाश सिंह को मारे हैं वैसे तुमको भी जान से खत्म कर देंगे। बताया जाता है कि पीड़ित अवधेश तिवारी कांग्रेस से नगर पंचायत परसपुर से चुनाव भी लड़े थे। पीड़ित की थाने में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ित ने मजबूर होकर उच्चाधिकारियों से शीघ्र निर्माण कार्य रोकवाये जाने एवं दबंगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। जिससे उसे न्याय मिल सके।
एएसपी के निर्माण रोकने के संबंध में दिये गये आदेश का भी नहीं हो रहा अनुपालन।
पीड़ित अवधेश तिवारी जिन्होंने कांग्रेस पार्टी से नगर पंचायत परसपुर का चुनाव लड़ा था,ने मामले को लेकर शिकायत की थी। शिकायत पर गोंडा के एएसपी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्माण कार्य तुरंत रोका जाए। इसके बावजूद थाना परसपुर के एसएचओ ने कार्रवाई करने से मना कर दिया। पीड़ित अवधेश तिवारी का कहना है कि विपक्षी दबंग उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं और कह रहे हैं कि “जैसे सपा नेता ओमप्रकाश सिंह को काटा गया था,वैसे ही तुम्हें भी खत्म कर देंगे।” इस बयान ने इलाके में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
पुलिस पर दबंगों से मिलीभगत का गंभीर आरोप,कानून का उड़ रहा मखौल
पीड़ित का यह भी आरोप है कि स्थानीय पुलिस दबंगों के साथ मिली हुई है। कोर्ट से स्टे होने के बावजूद पुलिस ने निर्माण कार्य रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। एएसपी का आदेश भी बेअसर साबित हो रहा है,और दबंग लगातार निर्माण कार्य जारी रखे हुए हैं।
मामला परसपुर नगर पंचायत से जुड़ा हुआ है,जहां अवधेश तिवारी और विपक्षी पक्ष के बीच जमीन विवाद चल रहा है। कोर्ट ने इस मामले में स्टे का आदेश दिया था, लेकिन दबंग इस आदेश को अनदेखा करते हुए अवैध निर्माण कर रहे हैं। इस घटना ने गोंडा के प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस और प्रशासन ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया,तो यह मामला और बड़ा रूप ले सकता है। पीड़ित अवधेश तिवारी ने जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों से अपील की है कि उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए और अवैध निर्माण कार्य को तुरंत रोका जाए। साथ ही उन्होंने इस मामले में न्याय की मांग की है। ऐसे में यह मामला कानून और प्रशासनिक व्यवस्था की कमजोरी को उजागर कर रहा है। अब देखना यह है कि क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा या दबंगों का दबदबा ऐसे ही चलता रहेगा?