बीजेपी विधायक पर बूथ कैप्चरिंग करने को लेकर मारपीट करने का आरोप


बीजेपी विधायक पर बूथ कैप्चरिंग करने को लेकर मारपीट करने का आरोप

पीड़ित ने दी तहरीर, पुलिस मौन। 

सपा पदाधिकारी को है जान का खतरा : पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह

कर्नलगंज,गोण्डा। कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र कर्नलगंज के ग्राम पंचायत अहिरौरा में मतदान के दौरान एक बूथ पर बीजेपी विधायक व उनके सहयोगियों द्वारा मतदान केन्द्र में घुसकर अनाधिकृत रूप से फर्जी तरीके से मतदान करने को लेकर सपा समर्थकों से मारपीट हो गई। पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर दिया है।
घटना कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत अहिरौरा से जुड़ी है। यहां के निवासी राजकुमार सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि वह समाजवादी पार्टी के कर्नलगंज विधानसभा अध्यक्ष है। अपने मतदान केन्द्र अहिरौरा पर मतदान करने गये थे,वहीं से निकल रहे थे तभी सामने से विधायक प्रतीक भूषण सिंह, जिला पंचायत सदस्य महेन्द्र प्रताप सिंह, सकरौरा निवासी अशोक सिंह, करूवा निवासी अनूप गोस्वामी मतदान केन्द्र पर आये। मतदान केन्द्र में घुसकर पहले तो अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दिये कि चुप रहो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। आरोप है कि प्रतीक भूषण सिंह मतदान केन्द्र में घुसकर जबरदस्ती वोट डालने के लिये अपने लोगों से कहा और गाली व जान से मारने की धमकी देते हुए वहां मौजूद लोगों को भगा दिया। जब उन्होंने विरोध किया तो विधायक ने अपने गनर का असलहा छीनकर उसके बट से उसे मारने लगे। इतने में विधायक के साथ मौजूद लोग उसके जेब में रखा 1500 रु. निकाल लिए और कपड़ा फाड़ते हुए उसे सामूहिक रूप से मारने लगे। उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इस हमले में उनके होंठ व आँख के पास चोटें आई हैं। प्रतीक भूषण व उनके साथियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दिया है। वहीं पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि राजकुमार सिंह के कपड़े फाड़कर मारा पीटा गया है। होंठ व गले पर चोट है। राजकुमार सिंह एफआईआर दर्ज करवाना चाहते हैं,लेकिन विपक्ष के लोगों से उन्हे खतरा है। उन्होने बताया कि विधायक प्रतीक भूषण आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए काफिले के साथ ग्राम मसौलिया, मलौली, कैथोली, अल्लीपुर गोकुला व अहिरौरा आदि ग्राम पंचायत के बूथों पर घूम रहे थे। इस घटना को लेकर उन्होने कैसरगंज के प्रेक्षक जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधीक्षक व अन्य उच्चाधिकारियों को फोन के द्वारा इसकी सूचना दी। उन्होने कहा कि प्रशासन या तो सुरक्षा दे या फिर मुकदमा दर्ज कराए। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक निर्भय नरायन सिंह से जानकारी करने हेतु दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।

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