ह्यूम पाईप खरीद की रुपईडीह ब्लॉक के गाँवो में कागजों में हुई जांच,धूल फांक रही फाइलें
गोण्डा। एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लगातार दावे कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति को ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के द्वारा ठेंगा दिखाते हुए आपस में सांठगांठ कर ह्यूम पाइप खरीद में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जल निकासी के लिए शासन के द्वारा प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायतों में अभिलेखों में ह्यूम पाइप की खरीददारी कर धनराशि का भुगतान कर बंदरबांट कर लिया जाता है।
मामला विकासखंड रूपईडीह के 106 ग्राम पंचायतों से जुड़ा हुआ हैं। जहां पर सभी ग्राम पंचायतों को मिलाकर लगभग करोड़ों रूपये ह्यूम पाइप की खरीददारी अभिलेखों में की गई लेकिन धरातल से कोसों दूर है। इनमें से 70 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतों में अभिलेखों में खरीदारी दिखाकर धनराशि का आहरण लिया गया है। ग्राम प्रधान व सचिव सहित उच्चाधिकारियों के मिलीभगत से करोड़ों रुपए के ह्यूम पाइप की खरीददारी कर जगह जगह लगाने का दावा भी किया जा रहा है लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही दिखाई पड़ रही है। कई ग्राम पंचायत में ह्यूम पाइप पड़े हुए हैं उन पर जगह जगह लगाने का भी मजदूरी का फर्जी भुगतान कर लिया गया है। ग्रामीण भी आवाज उठाते हैं। ब्लॉक के ग्राम पंचायत तेंदुवा चौखड़िया,देवरिया कला कौड़िया, चौहट्टा बराहेमा, लाल नगर, पचरन, बभनी सराय, लोनावा दरगाह, पुरैनिया, रूपईडीह, पिपरा चौबे,बलूवा ककरा, तेलियानी पाठक, तिर्रे
मनोरमा, बलहीजोत, रज्जनपुर भवानीपुर खुर्द खरगूपुर डिंगुर सहित दर्जनों से अधिक गांवों में ह्यूम पाइप में भारी अनियमितता की गई है जिसकी टीम गठित कर अगर जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचार के परत दर परत राज खुलकर बाहर आ जाएंगे। सरकार के द्वारा लगातार ग्राम पंचायतों में लोगों की सुख सुविधाओं के लिए अलग-अलग मद से बजट जारी कर गांव के विकास के लिए लगातार तत्पर है लेकिन ग्राम पंचायत में प्रधान व पंचायत सचिवों की मिली भगत से भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगा पा रहा है बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा शासन के नियमों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार कर धनराशि अहरण किया गया है। जिसका जीता जागता हुआ उदाहरण रुपईडीह ब्लॉक में देखने को मिल रहा है जहां पर लगभग करोड़ों रुपए की ह्यूम पाइप काग़ज़ों में तो खरीद तथा लगाने पर श्रमिक भुगतान भी कर लिया गया लेकिन धरातल पर नहीं दिखाई पड़ रहा।
जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे से इस संबंध में पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि कुछ ग्राम पंचायत की जांच कराई गई है जानकारी करके संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
खंड विकास अधिकारी मृत्युंजय यादव ने बताया कि किसी के द्वारा शिकायत की गई थी जांच की जा रही है जांच में जैसा भी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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