प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक से जुड़ा एक और फर्जीवाड़ा आया सामने

प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक से जुड़ा एक और फर्जीवाड़ा आया सामने
गोण्डा। जिले के तहसील कर्नलगंज क्षेत्र के निवासी कुछ जालसाज किस्म के लोगों व बैंक कर्मियों की मिलीभगत से गायब व्यक्ति की खतौनी के साथ एक अनपढ़ वृद्ध व्यक्ति का फोटो लगाकर प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक निंदूरा से लाखों रुपये ऋण लेकर धन का बंदरबाँट करने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था की उसी बैंक से कूटरचित दस्तावेज पर ऋण लेने का एक और मामला सामने आया है। जिसकी ऑनलाइन शिकायत की गई है। मामला विकास खंड हलधरमऊ अन्तर्गत प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक निंदूरा से जुड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम बरबटपुर स्थित गाटा संख्या 515 च, 524, 525, 526, 527, 528, 529, 530, 531 व गाटा संख्या 553 को खलील पुत्र बाउर के नाम दर्ज दिखाकर वृद्ध जाकिर का फोटो व अंगूठा लगवाकर 4,08000 रुपये ऋण देकर हिस्सा प्रमाण पत्र के आधार पर दसों गाटे की भूमि बैंक के पक्ष में बंधक कर दी गई। ग्राम बरबटपुर निवासी सोयब के आनलाइन शिकायती पत्र के अनुसार उसी दसों गाटे के साथ दो और गाटे की भूमि की खतौनी लगाकर ग्राम बरबटपुर निवासी इसहाक व उमर के नाम से 2,32000 रुपये का ऋण उसी बैंक ने पुनः पास कर दिया और हिस्सा प्रमाण पत्र के आधार पर उन दसों गाटे के साथ दो और गाटे की भूमि पुनः बैंक के पक्ष में बंधक करते हुए ऋण की धनराशि बैंक से निकाली गई है। सोएब द्वारा आरोप लगाया गया है की इसहाक व उमर दोनों भाइयों के हिस्से में मात्र 20 डिस्मिल भूमि ही दर्ज कागजात है। लेखपाल बलजीत सिंह ने बताया की दोनों प्रकरण संज्ञान में हैं। मेरे द्वारा इसमें से किसी का भी हिस्सा प्रमाण पत्र नहीं बनाया गया है। उन्होंने बताया की मै हिंदी में हस्ताक्षर करता हूं और जो हिस्सा प्रमाण पत्र बैंक में लगाया गया है उसमे अंग्रेजी मे हमारा हस्ताक्षर बना है। उन्होंने बताया की साक्ष्य संकलित करके उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की जायेगी।

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