एक्सईन प्रथम आर.एस.भाष्कर के विरुद्ध एफआईआर लिखाने की मांगी गई अनुमति
आखिर किस मोह पास के चलते 22 दिनों बाद भी मुख्य अभियंता नही कर रहे कार्यवाही
गोण्डा। अधीक्षण अभियंता मण्डल इ. राम नरेश सरोज के निर्देशानुसार एक्सईन प्रथम राधेश्याम भाष्कर को जांच टीम अध्यक्ष बनाया गया। जांच टीम अध्यक्ष बनने के बाद उनके द्वारा आरोपी को बचाने हेतु प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर गोण्डा के नाम कूटरचित व फर्जी शिकायत पत्र तैयार कराकर अपने जांच आख्या रिपोर्ट में संलग्न कर आरोपियों का बचाने का प्रयास किया गया। जांच टीम अध्यक्ष के कार्यशैली से आहत होकर शिकायत कर्ता द्वारा प्रदेश स्तर व जिला स्तर अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर जांच टीम अध्यक्ष के विरुद्ध अनुशासन हीनता सहित कूटरचना में सहयोग करने हेतु अभियोग दर्ज किए जाने की मांग उठाई है। शिकायत कर्ता द्वारा दिनाँक 25 नवम्बर को उच्चाधिकारियों सहित मुख्य अभियंता डॉ0 दीपक अग्रवाल को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि उसके द्वारा दिनाँक-31.7.2023 व 02.8.2023 को मुख्य अभियंता को प्रार्थना पत्र देकर जांच टीम अध्यक्ष व आरोपी पंकज सिंह के मधुर संबन्ध की बात बताने के बावजूद भी जांच टीम अध्यक्ष को जांच टीम से नही हटाया गया। जिसके बाद जांच टीम अध्यक्ष द्वारा शिकायतकर्ता से शपथ पत्र नोटरी लिया गया और उसके कई दिनों बाद लिखित बयान लेने के बाद कहा गया कि आपकी लिखावट नही मिल रही है इसलिए आपका बयान कैमरे के सामने लिया जाएगा। जांच टीम अध्यक्ष की मंशा समझकर शिकायतकर्ता द्वारा कैमरे के सामने बयान देने से मना कर दिया गया। जिसका परिणाम यह हुआ कि जांच टीम अध्यक्ष के षणयंत्र व सलाह पर विपक्षी संख्या-01 पंकज कुमार सिंह द्वारा कूटरचित तरीके से दिनाँक-04.10.2022 का शिकायती पत्र प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली नगर गोण्डा के नाम तैयार कराके उस पर थाना कोतवाली नगर गोण्डा के नाम का कूटरचित मोहर लगाकर रिसीब कर्ता का फर्जी हस्ताक्षर बनवाकर जांच टीम अध्यक्ष को सौंप दी गई। जिसके क्रम में जांच टीम अध्यक्ष द्वारा सभी आरोपियों को क्लीन चिट देकर आरोपमुक्त कर दिया गया। जिस शिकायती पत्र के आधार पर आरोपियों को दोषमुक्त किया गया उस शिकायती पत्र का सत्यापन कोतवाली नगर गोण्डा से न कराए जाने से जांच टीम अध्यक्ष की मिलीभगत व अनुशासन हीनता उजागर हो रही है। इस संबन्ध में मुख्य अभियंता डॉ0 दीपक अग्रवाल ने 26 नवम्बर 2023 को कहा था कि दिनांकित 04.10.2022 के शिकायती पत्र का सत्यापन कोतवाली नगर से कराया जाएगा यदि कूटरचित पायी जाती है तो समस्त दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कराया जाएगा। जबकि आज 22 दिन बाद भी मुख्य अभियंता द्वारा कार्यवाही न कराए जाने से विभागीय कार्यशैली पर कई सवाल उठ रहे हैं।
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